पत्थरों के ढेरों से, सीढियां बना देते हैं| खामियां को बेचकर, उद्योग बना देते हैं| अक्सर आज से, नाखुश रहते हैं| बीतने से पहले, वक़्त बदल देते हैं| कल्पना ऐसी, आसमान कम पड़ जाए! नज़र जामाए हैं, कोई मौका बचकर दिखाए| अक्सर मोहब्बत में, मुश्किलें होती है| यह कैसी नस्ल है, जिन्हें मुश्किलों से, मोहब्बत है| कल की दास्ताँ के रचनाकार हैं| सिरफिरे से, इंटरप्रेन्योर हैं| इंटरप्रेन्योर= Entrepreneur
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